देहरादून। 2 साल से बंद रही चार धाम यात्रा का ऐलान हो चुका है। वहीं उत्तराखंड सरकार भी यात्रा को लेकर मुस्तैद नजर आ रही है। वहीं राज्य सरकार ने नया आदेश जारी किया है। सरकार ने चार धाम यात्रा को लेकर कहा है कि चार धामों की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों की हर रोज की संख्या तय की जाएगी। तय संख्या के आधार पर ही लोग चार धामों की यात्रा कर पाएंगे।
बता दें उत्तराखंड सरकार ने यह एलान किया है कि चार धामों को जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सरकार डेली लिमिट लगाएगी। इसका मतलब यह हुआ कि सरकार हर रोज तय किए हुए खंख्या के तीर्थयात्रियों को ही जाने की अनुमति देगी। उत्तराखंड सरकार ने बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए अलग-अलग तीर्थयात्रियों की संख्या को तय की है जिसके आधार पर केवल तय किए हुए तीर्थयात्री ही जाएंगे। वहीं इससे पहले उत्तराखंड सरकार ने यह भी एलान किया है कि इस साल उत्तराखंड आने वाले तीर्थयात्रियों को कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र साथ रखना अनिवार्य नहीं है।उत्तराखंड सरकार ने इस साल चारो धामों को जाने वाले तीर्थयात्रियों की हर रोज की संख्या को तय की है। इसके मुताबिक, बद्रीनाथ के लिए हर रोज 15000 तीर्थयात्री को जाने की इजाजत दी जाएगी। वहीं अगर केदारनाथ की बात करें तो यहां पर हर रोज केवल 12000 ही तीर्थयात्री जा पाएंगे। इसके साथ ही गंगोत्री में 7000 और यमुनोत्री में 4000 तीर्थयात्रियों को प्रतिदिन जाने की अनुमति मिलेगी। उत्तराखंड सरकार ने बताया कि इस व्यवस्था को पहले केवल 45 दिनों के लिए ही लागू किया गया है। अगर जरूरत पड़ी तो इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा।