उत्तराखंड: चाय बागान मामले में अब भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष की सफाई सामने आया है। बात दें की लाडपुर रिंग रोड क्षेत्र में भाजपा के प्रदेश कार्यालय के नए भवन निर्माण के लिए खरीदी गई भूमि पर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल ने पक्ष रखा। इस भूमि को सरकार में निहित की गई चाय बागान की भूमि का हिस्सा बताते हुए जिला प्रशासन ने चुफाल को नोटिस जारी कर 24 जून को अपना पक्ष रखने को कहा था। रिंग रोड लाडपुर क्षेत्र में चाय बागान की करीब 350 बीघा भूमि सरकार में निहित की गई है।
इसके बाद भी भूमि को खुर्द-बुर्द किए जाने पर जिला प्रशासन अब क्रेता-विक्रेताओं को नोटिस जारी कर रहा है। बीते 14 जून को अपर जिलाधिकारी प्रशासन डा. एसके बरनवाल ने चुफाल समेत 15 व्यक्तियों को नोटिस जारी कर स्वामित्व के दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा था। शनिवार की नियत तिथि पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल अपर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और अपना पक्ष रखा। उन्होंने जवाब में कहा कि उनके स्वयं या किसी स्वजन के नाम पर दून में इंचभर जमीन नहीं है। जिस भूमि की खरीद पर नोटिस जारी किया गया है, वह पार्टी के प्रदेश कार्यालय के नए भवन के निर्माण के लिए खरीदी गई है।
उस समय वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे, लिहाजा रजिस्ट्री में उनका नाम दर्ज है। प्रत्यक्ष रूप से उनका संबंधित भूमि से कोई लेना-देना नहीं है। चुफाल ने आपत्ति दर्ज की कि नोटिस भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के नाम से भेजा जाना चाहिए था। दूसरी तरफ इस जमीन के विक्रेता पद्मा कुमारी या उनकी तरफ से किसी ने भी पक्ष नहीं रखा। इसके अलावा प्रशासन के नोटिस के क्रम में एक अन्य भूखंड के क्रेता रमेश भट्ट की ओर से एक अधिवक्ता पहुंचे। हालांकि, उनके पास कोई वकालतनामा या आवेदन नहीं था। लिहाजा, उन्हें लौटा दिया गया। बाकी नोटिस के क्रम में किसी भी क्रेता या विक्रेता की ओर से अपना पक्ष नहीं रखा गया।
कांग्रेस ने लैंड जिहाद को लेकर मुखर सत्ताधारी दल भाजपा पर तीखा हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि हरिद्वार में बड़ा उदासीन अखाड़े की ओर से भाजपा के क्षेत्रीय विधायक मदन कौशिक पर जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगाए गए हैं। अखाड़े के आरोपों आरोप का कांग्रेस समर्थन करती है। माहरा ने देहरादून में दो स्थानों पर नगर निगम की भूमि पर अतिक्रमण के मामले उठाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता असली लैंड जेहाद कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से भाजपा सरकार के मंत्रियों, विधायकों से लेकर पार्षदों की संपत्ति की जांच की मांग की, ताकि सच्चाई सामने आ जाए।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में शनिवार को करन माहरा ने लैंड जेहाद को लेकर आवाज उठाने वाली भाजपा और उसकी सरकार पर ही भूमि को खुर्द-बुर्द करने के आरोप मढ़े। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने हरिद्वार में अखाड़ों से जुड़े संतों के वीडियो की रिकार्डिंग दिखाते हुए स्थानीय विधायक मदन कौशिक को निशाने पर लिया। माहरा ने कहा कि हरिद्वार के बड़ा उदासीन अखाड़ा ने विधायक कौशिक पर अखाड़े की जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया है। कई वर्षों से तमाम अखाड़े से जुड़े संत कौशिक और उनके परिवार के खिलाफ इस प्रकार की शिकायतें कर रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह से भी शिकायत की गई है।
संत मोहन गिरी के अपहरण और हत्या का मामला भी उठाया गया। माहरा ने कहा कि हरिद्वार व देहरादून में भाजपा के नेता, चाहे विधायक, पार्षद या मंत्री हों, उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि असली लैंड जिहाद के सूत्रधार भाजपा के वरिष्ठ नेता ही हैं। भाजपा की धामी सरकार अपनी कमियों को छिपाकर कहीं मंदिर तो कहीं मजारों पर अतिक्रमण का आरोप लगा रही है लेकिन अगर इसकी जांच करा लें तो सबसे बड़े घोटालेबाज भारतीय जनता पार्टी के नेता ही निकलेंगे। उन्होंने देहरादून नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत डांडा लखौंड में शिकायतकर्ता भाजपा नेता अजय सिंघल के हवाले से सूचना के अधिकारी के तहत मांगी गई जानकारी साझा की।
उन्होंने कहा कि डांडा लखौंड में सिद्धार्थ पैरा मेडिकल कालेज ने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया। शिकायत को लेकर 12 अगस्त, 2022 को संयुक्त टीम की जांच रिपोर्ट में कालेज पर अलग-अलग खसरा संख्या में नगर निगम की 0.3196 हेक्टेयर यानी साढ़े तीन बीघा जमीन पर कब्जे की बात सामने आई। बाद में निगम की रिपार्ट में 0.3196 हेक्टेयर भूमि के स्थान पर बेदखली की कार्रवाही मात्र 0.030 हेक्टेयर पर ही करने का जिक्र किया गया। इसके अतिरिक्त डालनवाला थाने के समीप नगर निगम की एक बड़ी भूमि पर किसी बाहरी व्यक्ति ने कब्जा किया, लेकिन निगम ने उस व्यक्ति से टैक्स भी जमा कर लिया। इससे उस व्यक्ति का निगम की जमीन पर अधिकार और पुख्ता हो गया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि राज्य में सरकारी भूमि को अतिक्रमणमुक्त करने को सरकार दृढ़संकल्प है। इसके लिए उसका न किसी को संरक्षण है और न समर्थन। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के आरोपों पर पलटवार करते हुए भट्ट ने कहा कि किसी के निजी मामलों में आरोप का जवाब पार्टी नहीं, बल्कि संबंधित व्यक्ति अथवा संस्थान दे सकता है। भाजपा निजी मामलों में किसी की पैराकार नहीं है।
देहरादून हो या हरिद्वार अथवा प्रदेश के अन्य हिस्से, भाजपा का अतिक्रमण के विरुद्ध रुख साफ है। किसी भी मामले में कानून अपना काम करेगा।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के एकतरफा व्यक्तिगत आरोपों से तो यही स्पष्ट होता है कि कांग्रेस को धार्मिक व अन्य अतिक्रमणों पर कठोरतम कार्रवाई से पीड़ा हो रही है। इसीलिए वह सरकार द्वारा की जा रही ऐतिहासिक कार्रवाई से ध्यान भटकाने को व्यक्तिगत प्रकरणों की अपुष्ट जानकारी पर राजनीतिक बयानबाजी पर उतर आई है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों में भाजपा का दामन साफ है, लेकिन कांग्रेस में ऐसा कहने का साहस नहीं है। माफियाओं की कठपुतली रही कांग्रेसी सरकारें देश व राज्य की जनता देख चुकी है। बेहतर होता कि शराब, खनन व भू माफिया को संरक्षण देने वाले अपनी कारगुजारियों को स्वीकार करते, जबकि जनता उन्हें इसके लिए दंडित कर चुकी है। कांग्रेस के कार्यकाल में ही सर्वाधिक सरकारी जमीनों को लुटाया गया था और इसमें उसका तुष्टिकरण का खेल भी था। उन्होंने कहा कि देश और राज्य में भ्रष्टाचार की जननी रही कांग्रेस को दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबां में झांकने की जरूरत है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना