Uttarakhand: आईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने पुलिस लाइन में समीक्षा बैठक के दौरान सख्त रुख आखित्यार करते हुए एक दारोगा को निलंबित कर दिया है,जबकि पांच दारोगाओं को विवेचना में लापरवाही बरत ने पर लाइन हाजिर किए जाने की कार्रवाई की। आईजी की इस कार्र वाई से पुलिस विभाग में हडकंप मच गया।
शनिवार की दोपहर को पुलिस लाइन सभागार में आईजी कुमाऊं भर णे और एसएसपी मंजूनाथ टीसी की मौजूदगी में अपराध समीक्षा बैठ क गोपनीय ढंग से की गई। समीक्षा बैठक में आईजी कुमाऊं ने पाया कि उप निरीक्षक मनोज कुमार द्वारा अपने कार्य क्षेत्र सिडकुल में ढा ल पर ठेलों पर अवैध रूप से शराब की बिक्री होने तथा सिडकुल से महिलाओं की आवाजाही के दौरान छेडछाड की घटनाओं में लापरवाही बरती गई। जिसके आधार पर दारोगा मनोज कुमार को निलंबित कि
या गया। इसके अलावा थाना ट्रांजिट कैप में तैनात उपनिरीक्षक ललि त चौधरी, रंपुरा चौकी प्रभारी अंबी राम आर्या,दारोगा मुकेश रावत,दा रोगा विकास रावत,दारोगा अनुराग सिंह द्वारा अनावश्यक रूप अभि योग की विवेचना में लापरवाही बरतने हुए लंबित रखने पर लाइन हा जिर की कार्रवाई की। बैठक के दौरान आईजी कुमाऊं भरणे ने नौ मा मलों में प्रारंभिक जांच के आदेश दिए। साथ ही बेहतर कार्य करने पर आदर्श कॉलोनी चौकी प्रभारी दिनेश चंद्र परिहार को 1500 का नगद पुरस्कार भी दिया। समीक्षा बैठक में आईजी ने प्रदर्शन आधार पर सि पाही से लेकर क्षेत्राधिकारी तक के कार्यों की समीक्षा। समीक्षा में पा या कि रंपुरा चौकी प्रभारी द्वारा साल में एनडीपीएस एक्ट के मात्र दो, आबकारी अधिनियम के कुल 12 व शस्त्र अधिनियम की तीन मामलों में निरोधात्मक कार्रवाई की,जबकि चौकी इलाके में नशे व शराब के की तमाम शिकायते मिल रही थी।