उत्तराखंड: राज्य के पौड़ी में मनरेगा में मुर्दा लोगों को मिल रही है दिहाड़ी, जिसकी सूचना मिलने के बाद जांच अधिकारी ने कुछ दिन के ही भीतर जबाव मांगा है। मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें की राज्य के पौड़ी के विकासखंड यमकेश्वर के ग्राम पंचायत तल्ला बणास में मनरेगा सहित अन्य कार्यों में धांधली का मामला सामने आया है। अपर जिलाधिकारी की गई जांच में कई अनियमितताएं सामने आई हैं। बता दें की अब मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने ग्राम प्रधान को नोटिस के माध्यम से पंद्रह दिन के भीतर जबाव देने को कहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की बीते जनवरी में ग्राम पंचायत बणास तल्ला के ग्रामीण मदन सिंह ने जिलाधिकारी से ग्राम पंचायत में विकास कार्यों में हुई वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत की थी। बता दें की तब इस मामले में डीएम ने अपर जिलाधिकारी पौड़ी को जांच सौंपी। बता दें की इस जांच में पाया गया कि गांव की एक महिला की मृत्यु आठ अक्टूबर 2019 को हुई जबकि, मृतक महिला को नवंबर-दिसंबर 2019 को 29 दिन मनरेगा में मजदूरी करते हुए दर्शाया गया। पांच हजार 278 रुपये का भुगतान भी किया गया।
इसके अलावा आपको बता दें की पंचायत के खैतणा में 2018-19 में भूमि सुधार कार्य दिखाया गया जबकि, कार्य ओखलखेत में हुआ मिला। जांच में पंचायत के दस्तावेजों में मल्ला तलाई में यात्री शेड निर्माण एक लाख अस्सी हजार में दिखाया गया है जो जांच में जीर्णशीर्ण मिला। इसके अलावा मनरेगा के तहत तल्ला बनास पंचायत में चार ग्रामीणों के नाम आवंटित एलडीपी टैंक अन्य ग्रामीणों को बिना प्रस्ताव के ही आवंटित किए गए।
आपको बता दें की अब इस मामले में जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने ग्राम पंचायत तल्ला बणास की ग्राम प्रधान संगीता देवी को नोटिस जारी कर पंद्रह दिन के भीतर जबाव देने को कहा है।
रिपोर्ट– साक्षी सक्सेना