उत्तराखंड: अक्सर कई बार आपने सुना या देखा होगा की कई लोग बड़े बड़े अधिकारियों के नाम आम जनता या किसी छोटे अधिकारी पर या तो अपनी धौंस दिखाते है या फिर भरपाई भरने से बचते है। आपको बता दें की राज्य की राजधानी में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया पर आपको बता दें की यहां पर डीजीपी के नाम पर धौंस दिखाकर दो लोगो से करीब 10 लाख की ठगी का मामला सामने आया था। आपको बता दें की यहां डीजीपी के नाम की धौंस दिखाकर दो लोगों से 10 लाख रुपये ठगने के मामले में जेल गए भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के राष्ट्रीय संरक्षक दौलत कुंवर के बेटे को भी कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बता दें की इन दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। आपको बता दें की इस मामला पुलिस के उच्चाधिकरियों से जुड़ा होने के चलते कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दौलत कुंवर को मुकदमा दर्ज कर तत्काल गिरफ्तार कर लिया था।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की इस ठगी के मामले में सतीश कुमार पुत्र अनन्तराम निवासी ग्राम ढकरानी ने अपने सहयोगी संजय सिह कटारिया की ओर से दौलत कुंवर और उसके बेटे शिवम के खिलाफ डीजीपी समेत अन्य उच्चाधिकारियों की धौंस दिखाकर अलग-अलग तिथियों पर 10 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया था। आपको बता दें की कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि मुख्य आरोपी दौलत कुंवर को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
उन्होंने आगे कहा की इस ठगी के मामले में वांछित चल रहे उसके बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों ने मिलकर षड़यत्र के तहत ठगी को अंजाम दिया। बता दें कि दोनों पीड़ितों पर प्रेमनगर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है। दौलत कुंवर ने दोनों को मुकदमे में आजीवन कारवास का भय दिखाया था। डीजीपी और उच्चाधिकारियों की धौंस दिखाकर मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने का झांसा देकर डोनेशन के नाम पर पैसे हड़प लिए थे। वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी थी।