उत्तराखंड: राजधानी में इंसानियत को तार तार करने वाली घटना सामने आई है बता दें की यहां घर में अकेले रह रही 75 साल की महिला की लूट के बार बहरेमी से हत्या कर दी साथ ही इस घटना से आस पास के इलाके में सनसनी फैली हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें की भंडारी बाग में अकेली रह रही महिला की बदमाशों ने धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। शव रसोई के बाहर पड़ा मिला। एक कमरे में अलमारी का लॉक टूटा था और सामान भी बिखरा हुआ था। इससे लग रहा है कि हत्या के बाद बदमाशों ने लूटपाट भी की।
बता दें की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। लूट, प्रॉपर्टी विवाद और अन्य बातों को ध्यान में रखकर पुलिस घटना की जांच कर रही है। बता दें की ये वारदात भंडारी बाग फेज टू में ट्रांसपोर्टर इंदर राज धवन के मकान में हुई। इंदर राज की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है। इस दो मंजिला मकान में उनकी 75 वर्षीय पत्नी कमलेश धवन रहती थीं। उनकी तीन बेटियां हैं। दो देहरादून और एक चंडीगढ़ में रहती है। चंडीगढ़ में रहने वाली बेटी गीता ने जब शनिवार सुबह मां को फोन किया तो नहीं उठा। बार-बार कॉल करने पर भी जवाब नहीं मिला तो उन्होंने सुबह करीब साढ़े 10 बजे घर के सामने दुकान चलाने वाले टेलर शरीफ को फोन किया। शरीफ ने देखा कि मकान का जाली वाला दरवाजा आधा खुला था। अंदर के दरवाजे में भी लॉक नहीं लगा था। अंदर कोई भी लाइट नहीं जली थी। एक कमरे में टीवी चल रहा था। कमलेश बेडरूम और ड्राइंग रूम में नहीं मिलीं तो शरीफ डाइनिंग हॉल की तरफ बढ़े। वहां का नजारा देख उनके होश उड़ गए। कमलेश रसोई के बाहर लहूलुहान पड़ी थीं। इसकी सूचना शरीफ ने गीता को दी। गीता ने वसंत विहार में रहने वाली अपनी बहन विनीता को।मौके पर विनीता का बेटा संस्कार पहुंचा और पुलिस को सूचना दी। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर फिंगर प्रिंट्स और रक्त के नमूने इकट्ठा किए। देखा कि एक कमरे का सामान बिखरा था। अलमारी और उसका लॉकर खुला था। शुरुआती पड़ताल में माना जा रहा है कि बदमाशों ने पहले कमलेश की हत्या की और फिर लूटपाट। क्या सामान लूटा गया, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
वहीं आपको बता दें की देहरादून जिले के एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने मीडिया को बताया कि हत्यारों को पकड़ने के लिए एसओजी और पुलिस की चार टीमें बनाई गई हैं। बेटी विनीता की शिकायत पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। 30 साल पहले बेटे की भी हो चुकी मौत कमलेश धवन की तीन बेटियों के अलावा एक बेटा भी था। वह पिता के साथ ट्रांसपोर्ट का ही काम करता था। 30 साल पहले सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई थी। उसकी एक बेटी भी है। वह अक्सर अपनी दादी के पास आती रहती थी। दीपावली के आसपास भी वह काफी दिनों तक कमलेश के साथ रही थी। कुछ दिन पहले शादी के बाद पति के साथ एमेरिका चली गई बताया जा रहा है कि हर रोज दादी और पोती की फोन पर बातचीत होती थी। कमलेश और उनकी पोती के बीच आखिरी बात शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे हुई थी। इसकी कॉल डिटेल उनके मोबाइल में मिली है। मौके से पुलिस ने दो मोबाइल कब्जे में लिए हैं। इनमें एक स्मार्टफोन और दूसरा फीचर फोन है।तीन बेटियों में से दो अक्सर अपनी मां से बात करती रहती थीं। वसंत विहार में रहने वाली उनकी बेटी घर भी आती थी। जबकि, चंडीगढ़ वाली बेटी रोज फोन पर बात करती थी। लेकिन, आईएमए ब्लड बैंक के पास रहने वाली बेटी से उनकी बोलचाल बंद थी। हालांकि, दोनों के बीच क्या विवाद था, यह जानकारी पुलिस को भी नहीं लग पाई है।