प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने पत्र लिख मानवीय सहयता की मांगी की आपको बता दें की इस पत्र में जेलेंस्की ने पीएम मोदी से दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति करने का अनुरोध किया है।
आपको बता दें कि यूक्रेन के प्रथम उप विदेश मंत्री एमीन दजापरोवा ने राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए लिखा गया एक पत्र भारत सरकार को सौंपा है, जिसमें दवाओं और चिकित्सा उपकरणों सहित अतिरिक्त मानवीय आपूर्ति का अनुरोध किया गया है। मंत्री, जो 10 से 12 अप्रैल के बीच भारत की आधिकारिक यात्रा पर थे, ने मंगलवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित पत्र, विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को सौंपा। इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में दी गई है।
वहीं भारतीय मेडिकल छात्रों के मुद्दे पर, झापरोवा ने उल्लेख किया कि यूक्रेन विदेशी मेडिकल छात्रों को अपने देश के अधिवास में एकीकृत राज्य योग्यता परीक्षा देने की अनुमति देगा।विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा के साथ मुलाकात के दौरान झापरोवा ने उन्हें यूक्रेन की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यूक्रेनी मंत्री ने यह भी प्रस्ताव दिया कि यूक्रेन में बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण भारतीय कंपनियों के लिए एक अवसर हो सकता है।विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने बताया कि भारत ने यूक्रेन को दवाएं, चिकित्सा उपकरण प्रदान किए हैं और स्कूल बसें प्रदान करेगा।दोनों पक्ष परस्पर सुविधाजनक तारीख पर कीव में विदेश कार्यालय परामर्श के अगले दौर के आयोजन पर सहमत हुए हैं।
साथ ही आपको बता दें की सूत्रों ने बताया की वर्मा के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान झापरोवा ने आर्थिक, रक्षा, मानवीय सहायता के साथ-साथ आपसी हित के वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच अंतर-सरकारी आयोग की अगली बैठक भारत में होगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय मेडिकल छात्रों के मुद्दे पर, उप विदेश मंत्री ने उल्लेख किया कि यूक्रेन विदेशी मेडिकल छात्रों को उनके देश में एकीकृत राज्य योग्यता परीक्षा देने की अनुमति देगा।
आपको बता दें की यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध पिछले साल फरवरी में शुरू हुआ था, प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ-साथ यूक्रेनी नेता जेलेंस्की से भी फोन पर कई बार बातचीत की है।पिछले साल 4 अक्टूबर को राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ फोन पर हुई बातचीत में मोदी ने कहा था कि कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता है और भारत किसी भी शांति प्रयासों में योगदान देने के लिए तैयार है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना