अक्सर लोग तांत्रिक के चक्कर में पड़ कर ऐसी ऐसी चीजे और हरकते कर जाते है, जो हैरान कर देती है, और साथ ही कुछ लोग खुद को ही नुकसान पहुंचाने में बिल्कुल भी झिकझकते नहीं है, बता दें की उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आपको यकीन नहीं होगा…
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना
आपको बता दें की एक परिवार के 14 वर्षीय बेटे की सांप के काटने से मौत हो गई, लेकिन परिवार उसे तांत्रिक के पास ले गया, तांत्रिक ने 15 दिन में बेटे को जिंदा करने का वादा करके घर में कब्र बनवाई और तंत्र-मंत्र किया। तांत्रिक ने कहा कि वह 15वें दिन वापस आएगा और कब्र खोदेगा, जिसके बाद उनका बेटा जिंदा मिलेगा, तांत्रिक के झांसे में आकर परिवार 14 दिन तक कब्र के पास बैठकर रोता रहा, 15वें दिन जब तांत्रिक नहीं आया तो उन्हें अपने साथ हुई ठगी का शक हुआ।
बता दें कि मामला कुन्दरकी थाना क्षेत्र के ऊंचाकानी गांव का है. गांव निवासी बबलू ठाकुर के 14 वर्षीय बेटे वरुण की घर में सोते समय सांप के काटने से मौत हो गई थी. जब वरुण को सांप ने काटा तो परिवार के लोग उसे अस्पताल में भर्ती करने के लिए लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. परिवार वालों का मन नहीं माना और लोगों के कहने में आकर उन्होंने सपेरों और तांत्रिकों से संपर्क किया।
तंत्र-मंत्र कर भाग गया तांत्रिक, फिर वापस नहीं आया
कुछ सपेरों ने ढाई लाख रुपए की रकम मांगी तो एक तांत्रिक ने 15 दिन में बेटे को जिंदा करने का आश्वासन दिया. तांत्रिक के कहने पर घर में एक कब्र बनाई गई और बच्चे को उसमें दबा दिया गया. तांत्रिक द्वारा कब्र पर तंत्र-मंत्र किया गया. उसके बाद वह 15 दिन में कब्र खोलने की बात करते हुए वहां से चला गया. बच्चे के परिजन 14 दिन तक भूखे-प्यासे कब्र के पास बैठकर रोते रहे और अपने बच्चे के जिंदा होने का इंतजार करते रहे।
क्रब में सड़-गल गई थी बेटे की लाश, किया गया अंतिम संस्कार
14 दिन बीतने के बाद परिजनों ने जब तांत्रिक से संपर्क करने की कोशिश की तो उसने उनका फोन नहीं उठाया. 15वां दिन जब आया तो ग्रामीणों को तांत्रिक पर शक हुआ तो उन्होंने कब्र खोल डाली. जब कब्र खोली तो अंधविश्वास की आंखें भी खुल गईं. बच्चे के शव को देख ग्रामीणों के होश उड़ गए, क्योंकि शव पूरी तरह से सड़-गल चुका था. परिजनों ने अनान-फानन में बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया. तांत्रिक के धोखे के बाद पूरा परिवार और गांव के लोग इस अंधविश्वास के फेर में फंसने का बेहद अफसोस कर रहे हैं।