दुनिया के चीन ऐसा देश है जो अपने कारनामों के वजह से हमेशा चर्चा में बना रहता है, आपको जानकर हैरानी होगी की चीन में एक परंपरा के लिए हजारों लाखों कुत्ते बिल्ली का मांस खाया जाता है, आपको बता दें की दुनिया के कई देशों में मांसाहार का सेवन किया जाता है, अपने देश में भी बहुत लोग नॉनवेज खाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां हर साल 40 लाख बिल्लियां मांस के लिए मार दी जाती हैं, लोग यहां डिनर में कुत्तों का मांस खाते हैं, आइए जानते हैं इस अजीबों गरीब परंपरा के बारे में।
पालतू कुत्तों को मारकर खाया जाता है
पड़ोसी देश चीन की बात हो रही है, Human Society International के मुताबिक, एशिया के मुल्कों में तकरीबन 3 करोड़ कुत्तों को हर साल मांस के लिए मारा जाता है. सिर्फ चीन में हर साल एक करोड़ कुत्तों और चालीस लाख बिल्लियों का कत्ल कर दिया जाता है। हैरानी की बात तो यह है कि इनमें ज्यादातर जानवर पालतू होते हैं, ये वो जानवर होते हैं, जिन्हे चुराकर इनका कत्ल कर दिया जाता है।
मनाया जाता डॉग मीट महोत्सव भी
कुत्तों का मांस खाने की परंपरा चीन में हजारों साल पुरानी है. दक्षिणी चीन के यूलिन शहर में हर साल जून के महीने में डॉग मीट महोत्सव भी मनाया जाता है, जिसमें जिंदा कुत्ते और बिल्लियों को खाने के लिए बेचा जाता है. एक अनुमान के मुताबिक, इस महोत्सव में करीब 10 से 15 हजार कुत्तों को मार कर खाया जाता है।
दक्षिण कोरिया भी पीछे नहीं
दक्षिण कोरिया में भी कुत्ते के मांस से बने व्यंजन काफी आम हैं, Human Society के अनुसार, दक्षिण कोरिया में अनुमानित तौर पर 17 हजार के आसपास कुत्तों फार्म हैं. इनमें इंसानों के सेवन करने के लिए जानवरों को तैयार किया जाता है।
ताइवान भी पीछे नहीं
इसके अलावा, एक समय तक ताइवान में भी कुत्ते और बिल्ली का मांस खाना आम बात थी, हालांकि, अब सरकार ने कडे प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक नए पशु संरक्षण अधिनियम के तहत अब वहां पशुओं को खाने, बेचने या खरीदने पर 6,500 पाउंड तक के जुर्माने प्रावधान है, पशु क्रूरता के दोषी पाए जाने वालों पर भारी जुर्माना और दो साल की जेल का भी प्रावधान है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना