रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना
केन्या में एक हैरतअंगेज घटना सामने आई है बता दें कि यहां एक पादरी ने धर्म के नाम पर सैकड़ों लोगों की जान ले ली। बता दें की केन्या का मालिंद में अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ने वाले विक्टर काउडो ने यहां के शाखोला वन ( जो इन दिनों सामूहिक हत्या का स्थल बन चुका है) की यात्रा करने के बाद न्यूयॉर्क टाइम्स को जानकारी दी कि वह लोगों को भूख से बचाना चाहते थे, लेकिन लोगों को मरकर जीजस से मिलने की इच्छा थी। बता दें की केन्या में इस तरह भूखा रखकर सैकड़ों लोगों को मारने का आरोप एक ईसाई उपदेशक पर लगा है।
वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक, आपको जानकारी के लिए बता दें की केन्याई पंथ से जुडी जांच में मरने वालों की संख्या बढ़कर 201 पहुंच गई है, यहां जांचकर्ता को तटीय जंगल में 22 और दफ्न किए हुए शव बरामद हुए हैं। पुलिस का मानना है कि जंगल में मिले ज्यादातर शव हिंद महासागर के निकट बसे शहर मालिंदी से संबंध रखते हैं जो टेक्सी ड्राइवर से उपदेशक बने पॉल नथेंग मेंकेन्ज़ी के अनुयायी थे। इस उपदेशक पर आरोप है कि कि वह लोगों को भूखा रहने के लिए उकसा रहा है, ताकि उनकी मुलाकात जीजस से हो सके. ताजा मौत का आंकड़ा जारी करते हुए तटीय क्षेत्र के कमिश्नर रोडा ओन्यान्चा ने बताया कि इस मामले में मेकिन्जी सहित 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, यह वह लोग थे जो यह सुनिश्चित करते थे कि कोई भूखा रहने का व्रत ना तोड़े।
वहीं सरकारी पैथोलॉजिस्ट जॉनसर ओदुअर के मुताबिक शवों की जांच के बाद साफ होता है कि मरने की मुख्य वजह भूखा रहना है। अब सैंकड़ों लोग जिन्हें यह लगता है कि उनके रिश्तेदारों को उसी जगह पर गाड़ दिया गया है जहां से बाकी शव मिले है, अपने प्रियजनों की तलाश में जुट गए है। लेकिन यह घिनौना कृत्य हुआ क्यों और कैसो एक आदमी ने इतने सारे लोगों को मरने के लिए मना लिया?
अगर आप को याद हो तो राजधानी दिल्ली में भी एक ऐसा ही वाक्य सामने आया था बता दें की बुराड़ी कांड जिसमें एक ही परिवार के 11 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। पुलिस की जांच में इस आत्महत्या के पीछे किसी तरह का धार्मिक अनुष्ठान करना सामने आया था, जिसकी वजह से गलती से सभी की जान चली गई थी। साल 2018 के जुलाई माह में हुई इस घटना पर ‘हाउस ऑफ सीक्रेट्स दि बुराड़ी डेथ्स’ नाम से नेटफ्लिक्स पर एक वेबसीरीज भी बनाई गई थी, जिसमें अंत में पता चलता है कि किस तरह ईश्वर से मिलन और अंधविश्वास के चलते परिवार के 11 सदस्य अपनी जान धो बैठे थे।