कहते है पड़ोसी पर लोगों को अपने रिश्तेदारों से भी जायदा भरोसा होता है, क्योंकि वह सभी प्रकार की परिस्थिति से वाकिफ होतें हैं, इसलिए लोग अपने पड़ोसी पर भरोसा करते हैं पर क्या हो अगर पड़ोसी ही इतना मजबूर कर दें की व्यक्ति मारने तक का सोचने लगे, ऐसा ही कुछ देखने को मिला मध्य प्रदेश के शाजापुर में जहां एक दंपति ने अपने पड़ोसी से तंग आकर मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है, मुख्यमंत्री जनसुनवाई में प्रार्थना पत्र देते हुए उन्होंने दशहरा तक अपनी जीवन लीला समाप्त करने की मांग की है। पीड़ित दंपति इंसाफ पाने के लिए जिले के पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के दरों पर भटक रहा है, दंपति का आरोप है कि उनका पड़ोसी आए दिन उन्हें धमकी देता है।
आपको जानकारी के लिए बता दें की शाजापुर के काशी नगर निवासी निजी स्कूल में पढ़ाने वाली नीलिमा जैन ने बताया कि वह अपने दिव्यांग पति पार्श्व जैन के साथ घर में रहती हैं। उनके पड़ोस में बीएसएफ से रिटायर्ड सुनील रहता है, कुछ दिन पहले सुनील के घर के सामने किसी ने आपत्तिजनक चीज डाल दी, सुनील इसका आरोप उन पर लगाते हुए गालियां देने लगा।
पुलिस से की शिकायत, पर नहीं हुई कार्रवाई
दंपति ने जब सुनील की गालियों का विरोध किया तो वह उन्हें डराने-धमकाने लगा, उनका आरोप है कि आए दिन सुनील उनको परेशान करता है। पति-पत्नी ने इसकी शिकायत थाने में की, पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की. पुलिस की ओर से कार्रवाई न होने से पड़ोसी सुनील के हौसले बढ़ गए। पीड़ित दंपति ने आलाधिकारियों तक शिकायत की, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई।
मुख्यमंत्री जनसुनवाई में मांगी इच्छा मृत्यु
मुख्यमंत्री जनसुनवाई के दौरान पार्श्व जैन और नीलिमा जैन ने इच्छा मृत्यु के लिए पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह राजपूत को प्रार्थना पत्र दिया, नीलिमा का कहना है कि वह प्राइवेट स्कूल में जॉब करती हैं, उनके पति पैर से लाचार हैं। वह घर पर अकेले रहते हैं, बाहर बैठ नहीं पाते हैं। पड़ोसी सुनील आए दिन उन्हें तंग कर रहा है, वह उन्हें डराता-धमकता है। पुलिस से इंसाफ मांगा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने गुहार लगाते हुए कहा कि वह दशहरा पर अपनी इच्छा से मौत को गले लगाना चाहते हैं।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना