14 अगस्त 1947 की तारीख भारत भला कैसे भूल सकता है! एक तरफ 200 वर्षों की गुलामी के बाद आजादी मिलने वाली थी तो वहीं दूसरी ओर देश के दो टुकड़े हो रहे थे. लाखों लोग इधर से उधर हो गए. घर-बार छूटा. परिवार छूटा. लाखों की जानें गईं। यह दर्द था, विभाजन का भारत के लिए यह विभीषिका से कम नहीं थी इसी दर्द को याद करते हुए पिछले साल आजादी की सालगिरह से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा ऐलान किया. ऐलान, 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का।
अगर उत्तराखंड की बात करें तो उत्तराखंड में भी इस दिवस को मनाया जा रहा है। वहीं रुद्रपुर शहर के विधायक शिव अरोड़ा द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। बता दें की 14 अगस्त यानी आज रुद्रपुर शहर के एमबिन्स बैंक्वेट हाल में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस समारोह का आयोजन किया गया है बता दें की ये आयोजन क्षेत्र के विधायक शिव अरोड़ा द्वारा किया गया है वहीं कार्यक्रम में तमाम बीजेपी नेता शामिल है। बता दें की मुख्य अतिथि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हैं , वहीं इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के शांतनु ठाकुर जो की केंद्रीय जहाजरानी जलमार्ग एवं राज्य मंत्री है।,
इसके अलावा जिला प्रभारी और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, उत्तम दत्ता भाजपा नेता, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, केंद्रीय रखा एवं पर्यटक राज्य मंत्री, गदरपुर विधायक अरविंद पांडे, तमाम भाजपा नेता शामिल हुए हैं।
इसके अलावा हजारों की संख्या में हिंदू बंगाली समाज भी इस कार्यक्रम में उपस्थित हुआ है जिन्हें सम्मानित किया गया है।
इसके बता दें की विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस समारोह में मुख्य अतिथि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पहुंच गए हैं। बता दें की वहीं विभाजन में जान गंवाने वालों की आत्मा की शांति के लिए हवन यज्ञ किया जा रहा है, जिसमें सीएम पुष्कर सिंह धामी और विधायक शिव अरोड़ा और केंद्रीय राज्य रक्षा मंत्री अजय भट्ट और मंत्री गणेश जोशी और तमाम बीजेपी नेता शामिल हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
नोट: आगे की अपडेट जारी है….
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना