शहर में धड़ल्ले से चल रहे ओवरलोड वाहन बने मुसीबत
सुनील राणा/ रूद्रपुर
रुद्रपुर -शहर की सड़कों पर खुलेआम धड़ल्ले से चल रहे ओवरलोड वाहन लोगों के लिए मुसीबत बने हुए हैं ,आए दिन इन ओवरलोड वाहनों की चपेट में आकर निरापराध लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है या फिर वह गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं। पुलिस प्रशासन कमोबेश इन ओवरलोड वाहन पर कार्रवाई करता है लेकिन उन पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने में कामयाब नहीं हो पा रहा ,जिसके चलते इन ओवरलोड वाहन चालकों के हौसले बुलंद हैं। सिडकुल की स्थापना के बाद जब यहां से फैक्ट्रीयों का निर्माण हुआ तो वाहनों का आवागमन भी यकायक बढ़ गया। लेकिन शहर की सड़के सीमित ही रही। ऐसे में रुद्रपुर शहर की यह सड़कें इन ओवरलोड वाहनों का दबाव झेलने में नाकाम साबित हो रही हैं। हालांकि शासन प्रशासन ने इन ओवरलोड वाहनों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया ,लेकिन वह कहीं न कही नाकाम साबित ही रही। इसके अलावा भारी भरकम डंपर और ट्रक भी खुलेआम इन सड़कों पर आवाजाही करते हैं। जिससे सदैव दुर्घटनाओं का डर बना रहता है। हम बात करें इंदिरा चौक से सिडकुल तक तो इस सड़क पर हमेशा यातायात दबाव रहता है क्योंकि यह सड़क बहुतायत चला करती है और यहां छोटे-बड़े सभी वाहनों का गुजरना होता है ।वही काशीपुर रोड और किच्छा रोड की भी कमोबेश यही स्थिति है। लेकिन आऐ दिन ओवरलोड वाहनों पर अंकुश न लगाने के कारण आम नागरिकों का इनका शिकार होना पड़ता है और जिस कारण उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ती है। पिछले कुछ माह की बात करें तो कई सड़क हादसे इन ओवरलोड वाहनों के कारण हो चुके हैं, लेकिन इन पर पूर्ण रूप से अंकुश नहीं लगाया जा सका। कई बार जनप्रतिनिधि और व्यापार मंडल के लोगों ने इन ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अपनी आवाज उठाई ।लेकिन वह नक्कारखाने में तूती साबित हुई। ऐसे में जिला प्रशासन को ओवरलोड वाहनो पर कडाई से अंकुश लगाना होगा ताकि कोई भी नया सड़क हादसा न हो पाए और यातायात व्यवस्था को पूर्ण रूप से मजबूत और व्यवस्थित करना होगा तभी शहर में ओवर लोड वाहनों से निपटा जा सकता है ।