एक शिक्षक के हाथों में देश का भविष्य होता है शिक्षक ही सही और गलत का ज्ञान बच्चों को देता है उत्तराखंड के हर स्कूल में कॉलेज के धामी सरकार का मिशन चल रहा है नशा मुक्त उत्तराखंड बनाना, लेकिन शिक्षक ही नशे की हालत में जब स्कूल पहुंच रहें हैं तो वह बच्चों को क्या शिक्षा देंगे। ऐसा ही कुछ देखने को मिला प्रदेश के पौड़ी जिले में, बता दें की रिखणीखाल क्षेत्र के एक प्राइमरी स्कूल का है। जहां मास्साब को शराब पीकर स्कूल में आना और बच्चों के साथ गाली गलौज करना महंगा पड़ गया। मामले में शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है फिलहाल, शिक्षक को उप शिक्षाधिकारी दफ्तर रिखणीखाल में अटैच किया गया है।
बता दें कि सरकारी स्कूलों के शिक्षक आए दिन अपनी हरकतों की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं। ऐसा ही एक मामला पौड़ी जिले के दूरस्थ ब्लॉक रिखणीखाल के राजकीय प्राथमिक विद्यालय किल्बौखाल से सामने आया है। जहां सहायक अध्यापक देवेंद्र लाल पर स्कूल में शराब पीकर आना, बच्चों के साथ मारपीट और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप है। इस मामले में जिला शिक्षाधिकारी प्रारंभिक शिक्षा सावेद आलम ने सहायक अध्यापक देवेंद्र लाल को निलंबित कर दिया है।
वहीं डीईओ सावेद आलम ने बताया कि शिक्षक स्कूल में शराब पीकर छात्र-छात्राओं के साथ मारपीट करता था. साथ ही उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने की शिकायत मिली थी. उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से इस मामले में बीते जनवरी और मई महीने में संबंधित शिक्षक से लिखित रूप में इस प्रकार की कार्रवाई की पुनरावृत्ति न करने की सख्त हिदायत दी गई थी, लेकिन सहायक अध्यापक अपनी हरकतों से बाज नहीं आया।
बता दें की डीईओ सावेद आलम का कहना है कि शिक्षक ने विभागीय अफसरों के आदेशों की अवहेलना की। साथ ही कर्मचारी आचरण नियमावली का भी उल्लंघन किया। बीईओ रिखणीखाल की प्रारंभिक जांच में ये सभी आरोप सिद्ध हुए जिसके बाद शिक्षक के खिलाफ यह अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना