क्या आप जानते हैं कौन हैं फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ?? जिनके ऊपर बन रही है बायोपिक, क्या है इनका इतिहास…👇👇
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना
आज आपको देश के पहले फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के विषय में बताने जा रहे हैं, जिनके ऊपर बायोपिक बन रही हैं, आपको बता दें की इस फिल्म में सैम मानेकशॉ का रोल एक्टर विक्की कौशल प्ले कर रहे हैं इस लिहाज से फैंस की उम्मीदें भी दोगुनी हो गई हैं, फिल्म का टीजर जारी कर दिया गया है। इसका टाइटल सैम बहादुर रखा गया है।
आपको बता दें की सैम मानेकशॉ का जन्म 3 अप्रैल, 1914 को पंजाब के अमृतसर में हुआ. वे कैरेक्टर से बहुत स्ट्रॉन्ग थे और माना जाता है कि उनकी पर्सानालिटी से ही एक फौजी झलकता था. वे अपने काम में फर्फेक्ट थे और उतने ही स्ट्रिक्ट भी. वर्ल्ड वॉर 2 से उन्होंने अपनी सर्विस स्टार्ट की थी और उन्होंने अपने पूरे करियर के दौरान 5 युद्ध में हिस्सा लिया. वे अपने मजबूत कंधों पर देश की जिम्मेदारियां लेकर चलते रहे. उन्होंने पाकिस्तान को भी करारा जवाब दिया।
जब मानेकशॉ ने किए पाकिस्तान के दो टुकड़े
जब पाकिस्तान से 1971 का वॉर हुआ था उस दौरान सैम की इतनी तूती बोलती थी कि कोई भी उनकी बात नहीं काटता था। सैम मानेकशॉ वो नाम थे जिन्होंने पाकिस्तान के दो टुकड़े किए थे, उन्हें साल 1971 वॉर में मिली जीत का सबसे बड़ा हीरो माना जाता है। एक विदेशी अखबार को दिए इंटरव्यू में आर्देशिर कावसजी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े वाला किस्सा बताया था। कावसजी पाकिस्तान के एक नामी बिजनेसमैन थे, उन्होंने मानेकशॉ संग अपनी मुलाकात का किस्सा शेयर किया था। जब उन्होंने मानेकशॉ को मोटरसाइकिल की याद दिलाई।
दरअसल बंटवारे से पहले मानिकशॉ और 1971 युद्ध के दौरान पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे याह्या खान एक ही रेजिमेंट में थे। जब बंटवारा हुआ तो याह्या ने पाकिस्तान जाने का फैसला किया। जबकी मानेकशॉ यहीं रुक गए। उन्हें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जिन्ना ने पाकिस्तान आने का ऑफर भी दिया था लेकिन मानेकशॉ ने इसे ठुकरा दिया था, जब याह्या पाकिस्तान जा रहे थे तो उन्होंने सैम मानेकशॉ से उनकी मोटरसाइकिल मांग ली और कहा कि वे इसका 1000 रुपये उन्हें दे देंगे। लेकिन याह्या इस बात को भूल गए। बाद में जब भारत ने 1971 की जंग जीती तो कहा था कि याम्हा ने मोटरसाइकिल के 1000 रुपये नहीं दिए लेकिन इसकी कीमत उन्हें आधा पाकिस्तान देकर चुकानी पड़ी।