रिपोर्ट- साक्षी सक्सेना
आज के समय में जहां दो पत्नियों को लेकर भी चर्चा का विषय बन जाता है भारतीय कानून के तहत कोई भी हिंदू समाज वाला व्यक्ति एक से ज्यादा पत्नियां नही रख सकता। पर इस समय एक राज्य का एक शहर चर्चाओं का विषय बना हुआ है आपको बता दें की इन दिनों बिहार राज्य में जाति आधारित गणनाका काम चल रहा है। दूसरे चरण में 17 सवाल पूछकर उस व्यक्ति से उसकी जाति, शिक्षा, आर्थिक स्थिति और पारिवारिक स्थिति की पूरी जानकारी ली जा रही है। आपको जानकारी के लिए बता दें की इसी क्रम में अरवल शहरी क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 स्थित रेड लाइट एरिया में हर परिवार से उनका ब्यौरा लिया जा रहा है। जहां 40 परिवार की महिलाओं ने अपने पति का जो नाम बताया, उसे सुनकर गणना कार्य में जुटे कर्मचारी भी चौंक गए बता दें की इन सभी महिलाओं ने अपने पति वाले कॉलम में रूपचंद नाम के व्यक्ति का जिक्र किया है।
आपको बता दें की इस शहर के वार्ड नंबर 7 के रेड लाइट एरिया में जब गणना कार्य में जुटे कर्मचारी जानकारी हासिल करने के लिए पहुंचे तो उनके सामने कई महिलाओं ने रूपचंद नाम का जिक्र किया। वहीं कर्मचारियों ने मीडिया को बताया कि 40 महिलाओं ने इसी नाम को अपने पति वाले कॉलम में भरा जो आप तस्वीर में देख सकते है। बता दें की इसके अलावे भी कई लड़कियों ने अपने पिता के नाम वाले कॉलम में ‘रूपचंद’ लिखवाया है।
वहीं मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें की इस शहर के रेड लाइट एरिया में कई वर्षों से नाच-गान कर अपना जीविका चलाने वाली नर्तकी रहती हैं।उनका कोई ठिकाना नहीं होता है वैसे में रूपचंद शब्द की संज्ञा देते हुए अपने आप को पति मानते हैं ऐसे दर्जनों परिवार हैं, जिन्होंने अपने पति के रूप में रूपचंद माना है। वैसे बता दें कि ये लोग नट जाति से आते हैं और इनकी जाति का कोड 096 है।
बता दें की राजीव रंजन राकेश, कर्मचारी, जातीय जनगणना टीम ने बताया की जातीय गणना के लिए मुझे वार्ड नंबर 7 में लगाया गया है हमलोग 4 प्रगणक लगाए गए हैं गणना के दौरान एक कठिनाई ये आ रही है कि यहां सभी लोग नर्तकी का काम करते हैं। बता दें की यहां की महिलाओं के पति का नाम रूपचंद बताया जा रहा है। किसी के बेटे का नाम भी रूपचंद है। आधार कार्ड में भी पति और बेटे का नाम रूपचंद लिखा हुआ है”
आपको जानकारी बताते चलें की रूपचंद का मतलब क्या है बता दें कि जातीय जनगणना तो हो रही है लेकिन अरवल रेड लाइट एरिया की सेक्स वर्कर्स के सामने सबसे बड़ी समस्या ये आ गई है कि वे अपने पति के रूप में किसका नाम दर्ज कराएं? यहां रहने वाली महिलाएं रूपचंद यानी रुपये को ही अपना सब कुछ मानती हैं, इसलिए उन्होंने अपने पति के नाम के आगे सभी ने रूपचंद नाम दर्ज करा दिया।