Uttarakhand” कहते हैं इस दुनिया में मां वो होती है जो बच्चों की पहली संरक्षक होती है, मां अपने बच्चों पर कोई भी आंच आने देती, लेकिन धर्मनगरी हरिद्वार से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, आपको बता दें की महिला ने दूसरी शादी करने के बाद पुत्र-पुत्री को लावारिस छोड़ दिया। दोनों बच्चे हरिद्वार में भीख मांगते मिले। मानव तस्करी निरोधक दस्ता (एएचटीयू) ने बच्चों की मां की तलाश की और उसको फटकार लगाकर बच्चों को उनके मामा के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस के अनुसार, 30 सितंबर को नगर कोतवाली क्षेत्र के रोड़ीबेलवाला पार्किंग में एक बालक और बालिका भीख मांगते मिले थे। एएचटीयू ने मौके पर पहुंचकर दोनों को संरक्षण में लिया और श्रीराम आश्रम दाखिल करा दिया था। पूछताछ में दोनों बच्चों ने अपने नाम बताते हुए बताया कि उनके पिता मनीष की मौत के बाद मां शिखा उन्हें यहां लेकर आई थी।
एएचटीयू ने यूपी के भी आसपास के जिलों की पुलिस से संपर्क साधा। कई दिन बाद दस्ते की मेहनत रंग लाई और मुजफ्फरनगर से बच्चों के मामा को ढूंढ निकाला और उनकी सुपुर्दगी में दे दिया। बच्चों के मामा मुजफ्फरनगर के जट मंझोड़ा गांव निवासी रवि कुमार बताया कि बहन ने दो माह पूर्व दूसरा विवाह किया है। बच्चों को हॉस्टल में छोड़ने की बात कही थी।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना