किच्छा। ऊधम सिंह नगर जिले में खनन के चर्चे आम है लेकिन हाल ही में एनएचएआई के लेटर पैड पर मांगी गई एक अनुमति जिसमें कहा गया कि एनएच के निर्माण में मिट्टी की आवश्यकता है जिसको लेकर जिलाधिकारी कार्यालय से अनुमति दे दी गई थी। लेकिन यह तालाब खोदने के नाम पर निकाली जा रही हजारों घन मीटर मिट्टी ना तो एनएच के निर्माण में काम आई और यह अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिरकार मिट्टी गई तो गई कहां एनएचएआई के अधिकारी तक यह स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं कि आखिरकार मिट्टी कहां खपाई गई। और ना ही अनुमति लेकर मिट्टी निकालने वाले अब तक यह स्पष्ट कर पाए हैं कि आखिरकार हजारों घन मीटर मिट्टी कहां गई,
हालांकि सूत्र बताते हैं कि बड़ा मोटा खेल खेला जा रहा था जिसका पटाक्षेप समय रहते हो गया ,हालांकि फिर भी हजारों घन मीटर मिट्टी निकाली जा चुकी है सवाल यह भी उठता है कि प्रशासनिक अधिकारियों को कैसे गुमराह करते हुए इस खेल को खेलने में यह सिंडिकेट पूरी तरह से कामयाब हो गया।
हालांकि आपके विश्वसनीय न्यूज़ पोर्टल खबर पड़ताल द्वारा प्रमुखता से मामले को सबसे पहले उठाने के बाद एसडीएम कौस्तुभ मिश्रा ने भी मामले को गंभीरता से लिया और 24 जून को ही उन्होंने तहसील की 1 टीम को मौके पर भेज दिया था। जिसके बाद एसडीएम कौस्तुभ मिश्रा ने बताया कि 24 जून से ही पट्टे को बंद कर दिया गया था। और अब इसमें संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए 12 लाख रुपए के करीब का जुर्माना लगाया गया है इसके साथ ही अनुमति को निरस्त कर दिया गया है जांच जारी है।