बड़ी खबर आपको बता दें की भारतीय जनता पार्टी की सांसद मेनका गांधी को इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (ISKCON) ने 100 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा है. इसको लेकर इस्कॉन ने शुक्रवार (29 सितंबर) को कहा कि उसने अपनी गौशालाओं में गायों के रखरखाव को लेकर लगाए गए बीजेपी नेता आरोपों के खिलाफ मानहानि नोटिस भेजा है।
हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था, जिसमें उन्हें इस्कॉन के खिलाफ आरोप लगाते हुए सुना जा सकता है. हालांकि, यह वीडियो कब का है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.
100 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस
इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने एक बयान में कहा, “आज हमने इस्कॉन के खिलाफ पूरी तरह से निराधार आरोप लगाने के लिए मेनका गांधी को 100 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा है.”
उन्होंने मेनका गांधी के आरोपों को दुर्भावनापूर्ण करार देते हुए कहा कि इस्कॉन के श्रद्धालु, समर्थक और शुभचिंतकों का विश्वव्यापी समुदाय इन आरोपों से बहुत व्यथित है. हम इस्कॉन के खिलाफ भ्रामक प्रचार के खिलाफ न्याय की तलाश में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
मेनका गांधी का बयान
मेनका गांधी ने इस्कॉन को देश का सबसे बड़ा धोखेबाज संगठन करार दिया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि धार्मिक संगठन अपनी गौशालाओं की गायों को कसाइयों को बेचता है. इतना है नहीं वह गौशालाओं के रखरखाव के लिए सरकार से लाभ भी लेता है.
सुलतानपुर की सांसद ने आंध्र प्रदेश की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए दावा किया था कि इस्कॉन की गौशाला में उन्हें ऐसी कोई गाय नहीं मिली, जो दूध न देती हो. इतना ही नहीं इन गौशालाओं में उन्हें एक भी बछड़ा नहीं दिखाई दिया था.
हालांकि, इस्कॉन ने मेनका गांधी के आरोपी की निंदा करते हुए उनके लगाए सभी आरोपों को झूठा और आधारहीन बताया था।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना