उत्तराखंड पुलिस की एक बार फिर नाकामी देखने को मिली बता दें की एक शख्स ने थाने के सामने ही जहर खाकर अपनी जान दे दी बता दें की घटना नई टिहरी प्रतापनगर क्षेत्र के पट्टी भदूरा के गढ़ सिनवाल की है जहां गांव ग्राम प्रहरी ने लंबगांव थाने के पास ही जहर गटक लिया। पुलिसकर्मी उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक ग्राम प्रहरी हरिभजन लाल की मौत हो गई। मृतक के भाई की तहरीर पर लंबगांव थाना पुलिस ने मृतक के पड़ोसी मायाराम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें की मृतक शख्स की जेब से सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें उसने शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई ना होने के कारण आत्महत्या करने की बात लिखी है। आज शनिवार सुबह सात बजे गढसिनवाल गांव निवासी एवं ग्राम प्रहरी 56 वर्षीय हरिभजन लाल लंबगांव थाने पहुंचा। इस दौरान उसने पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई। थोड़ी देर बाद वह थाने से बाहर निकला और वहीं पास में ही जहर गटक लिया। बता दें की जानकारी मिलते ही पुलिस हरिभजन लाल को लेकर चौंड स्वास्थ्य केंद्र पहुंची लेकिन वहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। गढ़सिनवाल गांव के प्रधान रोशन नाथ ने बताया कि 21 मई को गढ़सिनवाल गांव निवासी मायाराम की लड़की चंडीगढ़ से अचानक लापता हो गई।
बता दें मायाराम ने इस मामले में हरिभजनलाल के लड़के पर उसकी लड़की को बहला फुसला कर भगा ले जाने का आरोप लगाया और दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ। लड़की और लड़का दोनों लापता चल रहे हैं। हरिभजन इस मामले में लंबगांव पुलिस में मायाराम के खिलाफ मारपीट करने और गालीगलौज करने की शिकायत भी कर चुका था। लेकिन पुलिस की तरफ से इस मामले में कोई खास कार्यवाही नहीं की गई। वहीं प्रधान रोशन नाथ ने बताया कि आज शनिवार को थाने पहुंचकर हरिभजन लाल ने उन्हें फोन किया । वह काफी परेशान लग रहा था और उसने कहा कि वह लंबगांव थाने गया था और अब वहीं थाने के पास एक मकान में है। इतना कहने के बाद उसने कहा कि मेरी एक एलआईसी है और मेरे बच्चों की मदद करना कहकर हरिभजन लाल ने फोन काट दिया। किसी अनहोनी की आशंका पर उन्होंने थाने में फोन किया तो पुलिस हरिभजनलाल के पास पहुंची लेकिन तब तक उसने जहर खा लिया था।
साथ ही मृतक के भाई रमेशलाल की तहरीर पर आरोपित मायाराम के खिलाफ लंबगांव थाने में मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रधान रोशन नाथ ने बताया कि मृतक हरिभजन लाल पिछले तीन दिन से लगातार पुलिस के पास आ रहा था।अगर इसमें पुलिस की तरफ से कोई कार्यवाही हो जाती तो शायद हरिभजनलाल आत्महत्या न करता। लंबगांव थानाध्यक्ष महिपाल सिंह रावत ने बताया कि बीते शुक्रवार को गांव में जाकर दोनों पक्षों को समझाया गया था कि झगड़ा न करें। मायाराम को भी इस संबंध में दूसरे पक्ष को बेवजह परेशान न करने की हिदायत दी गई थी।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना