हर साल देश विदेश से मुस्लिम समुदाय के लोग हज यात्रा के लिए साउदी अरब देश जाते है, ये यात्रा मुस्लिम समुदाय की तीर्थ यात्रा मानी जाती है। क्योंकि साल 628 में पैग़ंबर मोहम्मद ने अपने 1400 अनुयायियों के साथ एक यात्रा शुरू की थी ये इस्लाम की पहली तीर्थयात्रा बनी और इसी यात्रा में पैग़ंबर इब्राहिम की धार्मिक परंपरा को फिर से स्थापित किया गया। आपकी जानकारी के लिए बता दें की 2023 में हज यात्रा में इस बार 12 साल या उससे कम उम्र के बच्चे शामिल नहीं हो सकेंगे। बता दें की सऊदी सरकार ने कम उम्र के बच्चों पर हज यात्रा में शामिल होने पर रोक लगा दी है। इसके लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है। सऊदी सरकार ने पहले जो गाइडलाइन जारी की थी उसमें उम्र की कोई पाबंदी नही थी।वहीं आपको बता दें की हज यात्रा-2023 के लिए 10 फरवरी से आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी थी। आवेदन जमा करने की आखिरी तारीख 10 मार्च निर्धारित की गई है। जानकारी के लिए बता दें की हज करने के लिए साउदी अरब के काबा जाने वाले 12 साल तक के बच्चों को इस साल हज पर जाने का मौका नहीं मिलेगा।
दरअसल आपको बता दें की सऊदी सरकार ने इस बार 12 साल या इससे कम उम्र के बच्चों के हज यात्रा पर जाने पर रोक लगा दी है। सऊदी सरकार के इस फैसले से छोटे बच्चों के साथ हज पर जाने की तैयारी कर चुके लोगों में मायूसी है। वहीं आपको बता दें की उत्तराखंड राज्य के हज समिति के अधिशासी अधिकारी मोहम्मद मीसम ने बताया कि अब इसी नियम के अनुसार हज यात्रा कराई जाएगी। बताया कि हज का सफर 30-40 दिन का होगा। इसके तहत फार्म स्वीकृत हो जाने के बाद मार्च में पहली किस्त के रूप में 81500 रुपये आवेदक को जमा करने होंगे। बता दें की दूसरी और तीसरी किस्त की सूचना बाद में दी जाएगी।
रिपोर्ट– साक्षी सक्सेना