रिपोर्ट: अनुज कुमार शर्मा
चंपावत: टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शाम के समय दो पहिया वाहन से सफर करने वालों के लिए सड़क पर टहलता गुलदार गंभीर खतरा बनता जा रहा है, बीते दिनों कई राहगीरों पर हुए हमलो के लिए जिम्मेदार यह गुलदार वन विभाग के द्वारा किए जा रहे सभी उपायों के बावजूद रोजाना सूरज डूबते ही खुलेआम राष्ट्रीय राजमार्ग पर टहलता देखा जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर सूखीढांग क्षेत्र में बार-बार देखा जा रहा यह गुलदार बीते दिनों कई राहगीरों को घायल करने के साथ एक महिला को बन चुका है अपना शिकार। चंपावत के सूखीढांग क्षेत्र में टनकपुर चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे गाजर गांव में विगत 2 जुलाई को भोजन माता चंद्रावती देवी को मौत के घाट उतारने वाला गुलदार बीते कई दिनों से राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे घात लगाकर बैठा देखा जा रहा है। जो कि राजमार्ग पर दो पहिया वाहनों से सफर करने वाले यात्रियों को अपना निशाना बनाने की फिराक में अक्सर शाम होते ही राजमार्ग पर टहलता नजर आता है और जब कोई दो पहिया वाहन चालक अनजाने में इस हमलावर गुलदार के पास से निकलता है तो यह गुलदार उस पर हमला कर देता है। इस गुलदार के हमले का निशाना बने उधम सिंह नगर जनपद के नानकमत्ता निवासी मुरारी लाल शर्मा बताते हैं कि जब वह अपनी पत्नी के साथ बाइक से सूखीढांग क्षेत्र निवासी अपने रिश्तेदार के घर जा रहे थे तो अचानक ही राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुलदार ने उन पर हमला कर दिया। उनकी पत्नी के द्वारा प्रतिरोध किए जाने एवं शोर मचाने पर गुलदार उन्हें छोड़ कर जंगल की ओर भाग गया और दोनों पति-पत्नी की जान बच सकीं। जिसके बाद आनन-फानन में दोनों रिश्तेदार के घर सूखीढांग पहुंचे। जहा से रिश्तेदारों के द्वारा घायल मुरारी लाल को 108 एम्बुलेंस की मदद से टनकपुर उप जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनके जख्मों का इलाज किया गया। चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगातार हो रहे गुलदार के इन हमलों के चलते आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत बनी हुई है साथ ही स्थानीय लोगों में वन विभाग एवं वन्यजीवों के प्रति आक्रोश भी उत्पन्न हो रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उनके द्वारा कई बार वन विभाग के अधिकारियों से उन्हें इस गुलदार के आतंक से मुक्ति दिलाने हेतु प्रार्थना की गई है परंतु अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। सुरक्षा देने के नाम पर वन विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हें शाम को राष्ट्रीय राजमार्ग पर ना निकलने की हिदायत दी जा रही है। वही इस बारे में जानकारी देते हुए स्थानीय वन क्षेत्रधिकारी गुलजार हुसैन ने बताया कि बीते दिनों हुए गुलदार के हमलो को देखते हुए विभाग के द्वारा क्षेत्र में गुलदार को पकड़ने के लिए दो पिंजरे एवं गुलदार की गतिविधियों पर नजर रखने हेतु ट्रैकिंग कैमरे लगाए गए हैं साथ ही क्षेत्र में वन विभाग के कर्मचारियों के द्वारा लगातार रात्रि गश्त भी की जा रही हैं। हमारा मकसद है कि जल्द से जल्द गुलदार को पकड़ कर रेस्क्यू सेंटर भेजा जाए जिससे कि गुलदार एवं स्थानीय लोगों दोनों की ही सुरक्षा की जा सके। वहीं वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा हमलावर गुलदार को पकड़ने के लिए किये जा रहे सभी उपायों के बावजूद गुलदार के हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र में गुलदार द्वारा फैलाए जा रहे इस आतंक के बारे में बात करते हुए जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने मीडिया को बताया कि इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों द्वारा आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। जरूरत पड़ने पर प्रोफेशनल ट्रेंकुलाइजर एक्सपर्ट को भी बुलाया जाएगा फिलहाल वन विभाग के अधिकारी स्थिति पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। अब देखना यह है कि आखिर कब तक क्षेत्रवासियों को इस हमलावर गुलदार के आतंक से निजात मिल सकेगी।