50 वर्ष एवं इससे अधिक उम्र के लोगों की आंखों की स्क्रीनिंग के लिए भारत सरकार द्वारा विशेष राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत विभाग द्वारा पहचान की जाएगी नेत्रों मोतियाबिंद मरीज़ो की ! स्वास्थ्य विभाग, नेत्रदान मोटिवेटर एवम् शहीद भगत सिंह सेवा समिति जनपद में जागरूकता अभियान कर रही हैं !
06.06.23 दिनेशपुर ,12 जून गदरपुर ,14 जून सितारगंज,22 जून ननक़मत्ता विशेष जागरूकता अभियान चलना हैं !
जागरूकता अभियान में कार्यरत पदाधिकारियों डा॰ मनमोहन सिंह,खेराती चुघ,अरुण चुघ,प्रथम बिष्ट ने बताया कि वर्तमान में देश में अंधता का प्रसार 0.36 प्रतिशत है। 2015-2018 की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लगभग 66 हजार व्यक्ति अंधता एवं 64 हजार आंख के गंभीर रोग का सामना कर रहे हैं। यह भी अनुमान है कि अंधता व आंख के गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों की संख्या में प्रतिवर्ष 20 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है। ऐसे में राज्य को आगामी तीन वर्षों के लिए दो लाख 15 हजार 400 मोतियाङ्क्षबद आपरेशन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिसमें 2022-23 में 59 हजार 800 आपरेशन होने हैैं। इसी क्रम में अल्मोड़ा को 2,200, बागेश्वर को 2,000, चमोली को 2,000, चंपावत को 1,800, देहरादून को 10,000, हरिद्वार को 11,000, नैनीताल को 5,800, पौड़ी गढ़वाल को 6,000, पिथौरागढ़ को 2,000, रूद्रप्रयाग को 3,000, टिहरी गढ़वाल को 2,800, ऊधमङ्क्षसह नगर को 8500 व उत्तरकाशी को 2,700 आपरेशन का लक्ष्य दिया गया है।बता दें, वर्तमान में राज्य में 49 नेत्र सर्जन, 102 दृष्टिमितिज्ञ और 17 अनुबंधित निजी चिकित्सालय/ गैर सरकारी संगठन कार्यरत हैं। साथ ही चार राजकीय मेडिकल कालेज, दो निजी मेडिकल कालेज और एम्स ऋषिकेश में भी नेत्र रोग विभाग क्रियाशील हैं।
नेत्रदान मोटिवेटर प्रथम बिष्ट ने बताया उत्तराखंड में आंखों की मोतियाबिंद बिमारी के निशुल्क ऑपरेशन करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अभियान शुरू कर दिया है। एक माह तक चलने वाले अभियान में 60 हजार मोतियाबिंद ऑपरेशन का लक्ष्य रखा गया। अभियान के तहत जिला व ब्लाक स्तर पर जांच शिविर भी लगाए जाएंगे।
इस बीच डा॰ मनमोहन सिंह ,अरुण चुघ, खेराती लाल चुघ,प्रथम बिष्ट ,जसवीर सिंह ,डा॰ संजीव सरना , प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवम् गदरपुर की आम जनता उपस्तिथ रहे।