उत्तराखंड ठगी करने के मामले सामने आ रहें हैं और ये ठगी सिर्फ उत्तराखंड के ठग नहीं कर रहे बल्कि अन्य राज्यों के ठगों द्वारा भी लोगों को अपना शिकार बनाया जा रहा है और इस बार ठगों ने अपना शिकार किसी आम इंसान को नहीं बनाया बल्कि ISRO में काम कर चुके एक व्यक्ति को बनाया। बता दें की देहरादून के थाना कैंट क्षेत्र के अंतर्गत ISRO के एक पूर्व अधिकारी से साइबर ठगों द्वारा 10 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है।
बता दें की साइबर ठगों ने पुलिस अधिकारी बनकर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर इसरो के पूर्व अधिकारी को ठगा है पीड़ित ने अब कैंट थाना पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट और धोखाधड़ी (420) में मुकदमा दर्ज कर लिया है आरोपियों की तलाश शुरू हो चुकी है।
मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें की पीड़ित सौरी सेन गुप्ता निवासी पंडितवाड़ी ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों से रजिस्ट्रार के पद से रिटायर्ड हैं वह इसरो में भी काम कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि 13 मार्च 2023 को वह कोलकाता गए थे इस दौरान उन्हें एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने अपना नाम विक्रम सिंह सांगानेर पुलिस स्टेशन जयपुर का थाना प्रभारी बताया। फोनकर्ता ने सौरी सेन से कहा कि आपके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की एक शिकायत आई है, जिसमें मुकदमा दर्ज किया जा रहा है इसके बाद फोनकर्ता ने बाद में बात करने की बात कही।
बता दें की इसके बाद अगले ही दिन सौरी सेन को दूसरे नंबर से किसी अन्य व्यक्ति का फोन आया फोनकर्ता ने अपना नाम गौरव मल्होत्रा, दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताया। फोनकर्ता ने कहा कि आपके के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की शिकायत आई है। फोनकर्ता ने दोनों ही मुकदमों से बचाने के लिए सौरी सेन से 10 लाख रुपए की डिमांड की। सौरी सेन ने भी घबराकर अपनी एफडी तोड़कर अपने बैंक खाते से ही दो खातों में अलग-अलग दिन 6 लाख और 4 लाख की रकम ट्रांसफर कर दी। इसके बाद सौरी सेन ने घटना की जानकारी अपने परिवार को दी।
इसके बाद उनकी बेटी ने दिल्ली पुलिस और जयपुर पुलिस से संपर्क साधकर मामले की जांच की तो पता चला कि इन दोनों नाम के कोई भी पुलिस अधिकारी नहीं हैं। इसके बाद परिवार को साइबर ठगी होने की बात पता चली अब पीड़ित ने कैंट थाना पुलिस को तहरीर दी है। थाना कैंट प्रभारी संपूर्णानंद गैरोला ने बताया है कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस पीड़ित के मोबाइल पर आए नंबरों की जांच कर रही है पीड़ित ने जिन खातों में रुपए जमा कराए, उन खातों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना