भारत और कनाडा के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, एक और बड़ी अपडेट आपको बता दें की अब कनाडा सरकार ने भारत यात्रा को लेकर अपने नागरिकों के लिए एक यात्रा एडवाइजरी जारी की है, बता दें की Canada सरकार ने अपने नागरिकों को भारत यात्रा के दौरान ‘उच्च स्तर की सावधानी बरतने’ की सलाह दी है, बता दें कि इससे पहले मंगलवार को भारत और कनाडा के बीच एक राजनयिक गतिरोध की स्थिति बन गई।
आपको बता दें की इससे पहले कनाडा सरकार ने एक खालिस्तानी नेता की हत्या में भारत के एक राजनयिक के शामिल होने के संदेह पर उन्हें कनाडा छोड़ने को कहा, जिसके बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने कनाडा के उच्चायुक्त को तलब किया, विदेश मंत्रालय ने भी भारत के आंतरिक मसलों में दखलअंदाजी करने का आरोप लगाते हुए उच्चायुक्त को उनके एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित करने की सूचना दी। विदेश मंत्रालय ने कनाडा के उच्चायुक्त को कहा कि संबंधित राजनयिक को पांच दिनों के अंदर देश छोड़ना होगा।
बता दें की इस एडवाइजरी में कहा गया है कि कनाडाई नागरिकों को जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने से बचना चाहिए। क्योंकि वहां सुरक्षा को लेकर अप्रत्याशित खतरे हैं, कनाडा सरकार ने एक तरह से जम्मू कश्मीर में आतंरिक सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा है कि वहां आतंकवाद, उग्रवाद, नागरिक अशांति और अपहरण का खतरा है, हालांकि, इस सलाह में भारत के किसी और राज्य बल्कि जम्मू और कश्मीर के पड़ोसी लद्दाख की यात्रा को शामिल नहीं किया गया है, कनाडाई सरकार ने अपनी सलाह में कहा है कि नागरिक भारत में सभाओं और प्रदर्शनों से बचें।
आपको बता दें की बीते सोमवार को संसद में भारत के राजनयिक पर आरोप लगाने के बाद मंगलवार को कनाडाई पीएम ने कहा कि वह किसी भी तरह से भारत को उकसाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, कनाडाई पीएम ने मंगलवार को ओटावा में पूरी स्थिति पर संवाददाताओं से बात की, उन्होंने कहा कि हम कोई विवाद या टकराव खड़ा नहीं कर रहे हैं, बस तथ्यों को सामने रख रहे हैं जो कि जांच के दौरान हमारे सामने आये हैं। पत्रकारों से बात करते हुए कनाडाई पीएम ने कहा कि भारत सरकार को इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लेने की जरूरत है, जैसा कि हम ले रहे हैं।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना