उत्तराखंड: राज्य के उधमसिंहनगर जिले के दिनेशपुर शहर की पुलिस ने अंर्तराज्जीय दोपहिया वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है,जबकि आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने 13 चोरी की बाइकों को भी बरामद किया है। बताया कि पकड़े गए आरोपी इतने शातिर है कि चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद बाइकों को जंगली इला कों में छिपा देते थे और मौका पाकर सीमावर्ती इलाकों में औने-पौने दामों में बेच देते थे। पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।
आपको बता दें की गुरुवार यानी आज एसएसपी मंजूनाथ टीसी और एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने खुलासा करते हुए बताया कि थाना दिनेशपुर में 21फर वरी को मिंटू निवासी ग्राम ताजपुर लाखन थाना सैफनी रामपुर और संजीत हलदार निवासी पिपलियां एक ने अपनी अपनी बाइक चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। थाना इलाके में लगातार हो रही चोरियों को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी अनिल उपाध्याय के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर तफ्तीश शुरू की गई। बता दें की बीते बुधवार को पुलिस की सुरागरसी और पतरसी के चलते पुलिस टीम ने अमित गुप्ता निवासी गूलरभोज मोड ब्लाक के सामने और सुनील मौर्या निवासी सुखशांति नगर गदरपुर को रामबाग शिव मंदिर पुलिस के समीप से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक चोरी की बाइक भी बरामद की। जब पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू की। तो आरोपी एक अंर्तराज्जीय दोपहियां वाहन चोर गिरोह के सक्रिय सदस्य निकले। जिनकी निशानदेही पर पुलिस ने शिव मंदिर भाखड़ा नदी किनारे लिपटिस के पेडों के बीच छिपाकर रखी गई 12 बाइकों को बरामद कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह बाइक चोरी करने के बाद इसी जंगली इलाके के लिपटिस के पेडों के बीच बाइकों को छिपाकर रखते थे और मामला ठंडा होने के बाद गुपचुप तरीके से यूपी ले जाकर बेच देते थे। पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। वहीं एसएसपी ने दिनेशपुर पुलिस को 2500रुपये ईनाम देने की घोषणा भी की।
इसके साथ ही आपकी जानकारी के लिए बता दें की दिनेशपुर थाना पुलिस द्वारा गिरफतार किए गए अंर्तराज्जीय दोपहियां वाहन चोर गिरोह के सक्रिय सदस्य अमित गुप्ता का यह कोई पहला मामला नहीं है,जबकि आरोपी एक शातिर एवं आदतन आरोपी है। पुलिस द्वारा निकाली गई कुंडली के अनुसार आरोपी पर वर्ष 2 017 में से लेकर वर्ष 2021 तक बाइक चोरी के छह मामले दर्ज है। आरोपी पर दर्ज मुकदमें यहीं दर्शाते है कि पकड़े गए आरोपी एक शा तिर चोर है।
इसके अलावा आपको बता दें की अंर्तराज्जीय दोपहियां वाहन चोर गिरोह के पकड़े गए सदस्यों पर दर्ज मुकदमें इस बात का प्रमाण है कि आरोपी कितने शातिर है। पकड़े गए दूसरे आरोपी सुनील मौर्या पर वर्ष 2013 से लेकर व र्ष 2021 तक तेरह मुकदमें दर्ज है। जिसमें बाइक चोरी,आबकारी अ धिनियम,एनडीपीएस,आर्म्स एक्ट के मुकदमें शामिल है। इसके अलावा बता दें की पुलिस यूपी पुलिस से संपर्क कर रही है। पकड़े गए आरोपियों का यूपी के अपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है।