रूद्रपुर। पूर्व में प्लाटों की रजिस्ट्री डबलिंग ट्रिपलिंग करने के आरोप में जेल जा चुके कालोनाइजर भीम राहुल के खिलाफ एक बार फिर धोखाधड़ी का मुकदमा न्यायालय के आदेश पर रुद्रपुर कोतवाली में दर्ज हुआ है।
बैंक कर्मियों की मिलीभगत से एक व्यक्ति ने दूसरे के मकान पर बैंक से कर्ज ले लिया। क़र्ज़ चुकता नहीं करने पर बैंक द्वारा कर्ज़ादाताओं की सूची जब अख़बार में प्रकाशित हुई तो असली मकान मालिक को इसकी जानकारी हुई। जानकारी जुटाने पर पता चला की पीड़ित का मकान बार-बार ग्राहकों को बेचा गया और क़र्ज़ लेकर जानबूझकर चुकाया नहीं गया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज़ कर ली है।
एलायंस किंग्सटन इस्टेट निवासी चरण सादवानी ने अपने शिकायती पत्र में बताया कि जुलाई 2013 में राजेंदर कुमार निवासी रामेश्वरपुर, किच्छा हाल पता एलायंस किंग्सटन इस्टेट और नरेश कुमार निवासी आदर्श कॉलोनी हाल पता महेशपुरा, हल्द्वानी उसके संपर्क में आये और उन्होंने बताया कि पाम ग्रीन के नाम से ग्राम कोलडा में कालोनी काटी गई है। उनकी बातों में आकर वह प्लाट लेने के लिए तैयार हो गया। इस पर वे लोग उसे सिंह कालोनी रुद्रपुर निवासी भीमरतन राहुल के पास ले गये और प्रस्तावित कालोनी का नक्शा दिखाया। जिसके बाद उसने 4.19 लाख में एक प्लाट का सौदा कर लिया। बाद में उसने प्लाट पर मकान निर्माण करवा दिया और विद्युत संयोजन भी अपने नाम पर करवा लिया। 14 सितंबर 2021 को पता चला कि उसके प्लाट पर बने मकान पर नरेश कुमार जुनेजा ने हल्द्वानी स्थित एक बैंक से तत्कालीन प्रबन्धक, फील्ड ऑफिसर एवं उनके पैनल अधिवक्ता से सांठ गांठ कर लोन लिया था। लोन न चुका पाने के कारण प्लाट और मकान को क्षेत्रीय प्रबंधक सम्बन्धित बैंक, हल्द्वानी नीलामी की प्रक्रिया कर रहा है। चरण सादवानी ने बताया कि इस दौरान उसे यह भी पता चला कि प्लाट भीमरतन राहुल ने जालसाजी करते हुए राजेंद्र चंद्र को दो सितंबर 2013 और राजेंद्र चंद्र ने 19 सितंबर 2013 को नरेश कुमार जुनेजा को विक्रय कर दिया था। आरोप लगाया कि कालोनाइजर भीम रतन राहुल, राजेंद्र चन्द्र, नरेश कुमार जुनेजा, तत्कालीन बैंक के शाखा प्रबंधक और फिल्ड आफिसर व बैंक के पेनल वकील ने धोखाधड़ी कर उसके प्लाट को बार बार बेचा और उसके दस्तावेज बनाए। फिलहाल पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर शिकायती पत्र के अनुसार रिपोर्ट दर्ज़ कर मामले कि जाँच शुरू कर दी है।