बड़ी खबर आपको बता दें कि बॉलीवुड के कई फेमस एक्ट्रेस के नाम पर उत्तर प्रदेश के लखनऊ में करोड़ो की ठगी की गई है। बता दें की अभिनेता टाइगर श्रॉफ, अभिनेत्री सनी लियोनी, गायक गुरु रंधावा समेत अन्य हस्तियों से 20 नवंबर को इकाना स्टेडियम में म्यूजिक कंसर्ट चैरिटी शो कराने के नाम पर नौ करोड़ से अधिक की ठगी कर फरार हुए तीन जालसाजों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ ने गिरोह के सरगना समेत तीन आरोपियों को पुणे और अहमदाबाद से पकड़ा है। इसके बाद तीनों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर एसटीएफ यहां आ गई। यहां तीनों के खिलाफ सुशांत गोल्फ सिटी, गोमती नगर विस्तार में तीन मुकदमे दर्ज हैं।
वहीं एएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह ने बताया की, गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह का मास्टरमाइंड विराज त्रिवेदी उर्फ विवेक दवे उर्फ विवेक जोशी है। विराज पुणे की बानेर लिंक रोड का रहने वाला है। वह इस समय अहमदाबाद में गोपीपुरा मैदान के पास रह रहा था।
।इसके अलावा बता दें की, गुजरात प्रांतिज बरोटवास धानीभागुल का रहने वाला समीर कुमार उर्फ जितेंद्र भाई शर्मा (सीएमडी श्री सुविधा फाउंडेशन), गुजरात के राजकोट जनपद जलपरी तालाब मंशानगर का रहने वाला जयंती भाई डेरावालिया है। तीनों ने श्री सुविधा फाउंडेशन के नाम से इकाना स्टेडियम बुक कराया कराया था। शो की तिथि 20 नवंबर थी। होर्डिंग आदि लगवाकर उसका खूब प्रचार-प्रसार कराया। सुविधा फाउंडेशन के नाम पर ही टिकट भी खूब बेचे गए थे। विराज और जयंती को पुणे व समीर कुमार को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया है।
सनी लियोनी और गुरु रंधावा, टाइगर श्रॉफ के नाम पर शो कराने की बात कहकर तीनों ने गिरोह के सरगना विराज त्रिवेदी ने निवेशकों को तलाशना शुरू किया। कई बार कार्यक्रम की तिथि बदली गई तो निवेशक भी सशंकित हो गए। उन्होंने रुपये लगाने से मना कर दिया। इसके बाद विराज और उनके साथियों ने स्कीम निकाली कहा कि वह निवेशकों को 70 फीसद कम दाम पर मनचाही लग्जरी कार देंगे।
कई निवेशक जुड़े तो उनसे चार करोड़ रुपये लिए। इसके बाद तिथि 20 नवंबर तय हुई। बुक माई शो व अन्य माध्यमों से लोगों ने शो के टिकट बुक कराए। टिकट मात्र 2000 बिके। वहीं, इकाना की क्षमता 50 हजार लोगों की है। यह देखकर घाटे का सौदा समझ कर विराज त्रिवेदी और उसके साथी सारा रुपये हड़पकर फरार हो गए। सबने अपना मोबाइल भी बंद कर दिया था।
निवेशकों को एक करोड़ के निवेश पर डेढ़ करोड़ लौटाने का दिया था झांसा
शो की कई बार तारीख बदली गई थी। इससे निवेशकों को विश्वास उठ गया था। रुपया लगाने से उन्होंने मना कर दिया था। इस पर निवेशक संदीप अग्रवाल, अनुग्रह सिंह समेत कई अन्य को विराज और उसके साथियों ने झांसा दिया था कि एक करोड़ रुपये लगाने पर उन्हें शो समाप्त होने के बाद डेढ़ करोड़ दिए जाएंगे। यह लालच देकर निवेशकों से करीब पांच करोड़ रुपये जालसाज विराज ने ले लिए थे। यह रुपया सुविधा फाउंडेशन के खाते में जमा कराया था
वहीं आरोपियों के पास से 12 चेकबुक, चार मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, दो पैनकार्ड, एक वोटर आईडी, दो आधार कार्ड, तीन एटीएम कार्ड, एक पासबुक आदि बरामद किए गए हैं।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना