बड़ी खबर और खुलासा आपको बताने जा रहें हैं बता दें की भयानक हिंसा जिसे हरियाणा में अंजाम दिया गया था उसमे बड़ा खुलासा हुआ है। बता दें की साजिश के तहत ही इस हिंसा को अंजाम दिया गया था। बता दें की हरियाणा के नूंह में हिंसा के बाद सरकार का बुलडोजर चलने लगा है। गुरुवार को नूंह शहर के नलहड़ मंदिर की तरफ जाने वाले रोड और मंदिर के आसपास बने अवैध मकान और दुकानों को तोड़ा गया है। इससे पहले तावडू नगर की मोहम्मदपुर रोड स्थित हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की भूमि पर किए गए अवैध कब्जे को हटा दिया गया। ये बांग्लादेश से आए रोहिंग्या लोगों द्वारा बसाई गई बस्ती थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक ये लोग भी 31 जुलाई को नूंह हिंसा में शामिल थे।
शाम को 5 बजे के आसपास जिला प्रशासन की कई टीमें बुलडोजर लेकर नलहड़ मंदिर की तरफ जाने वाले रोड पर पहुंची। इसके बाद एक बाद एक 25 से ज्यादा अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया गया। करीब डेढ़ घंटे तक कार्रवाई जारी रही। इस दौरान 200 से ज्यादा झुग्गियां तोड़ी गई।
नूंह के SP नरेंद्र बिजारणिया ने कहा कि अवैध रूप से बसी इस बस्ती में कई घुसपैठिए होने की सूचना मिल रही थी। इस दौरान करीब 4 घंटे चली कार्रवाई में 200 से अधिक झुग्गियों को जमीदोंज किया गया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में जहां भी इस तरह के संदिग्ध कॉलोनियां अवैध रूप से बसाई गई हैं, सभी को खाली कराया जाएगा।
हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने बताया कि साजिश के तहत इस हिंसा को अंजाम दिया गया था। भीड़ में शामिल होकर अवैध हथियारों से फायरिंग की
हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के तार अब पड़ोसी राज्य राजस्थान से भी जुड़ गए है। हिंसा वाले दिन दंगाइयों की भीड़ भरतपुर और अलवर के भी कुछ गांव से पहुंची थी। इसमें 5 से ज्यादा गिरफ्तार हो चुके है। 4 आरोपी तो भरतपुर के उसी पहाड़ी थाना क्षेत्र के हैं, जहां के 2 मुस्लिम युवकों नासिर-जुनैद की फरवरी में जिंदा जलाकर हत्या हुई थी
हरियाणा सरकार ने गुरुवार देर रात हिंसा प्रभावित नूंह जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) वरुण सिंघला का ट्रांसफर कर दिया। वह हिंसा के दिन छुट्टी पर थे। उन्हें अब भिवानी जिले का चार्ज दिया गया है। उनकी जगह पर SP नरेंद्र बिजारणिया को नूंह का जिम्मा दिया गया है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना