उत्तरप्रदेश के डॉन और माफिया अतीक अहमद के केस में लगातार नए नए खुलासे हो रहें हैं वीडियो और फोटो भी सामने आ रहें हैं आपको बता दें की एक और खुलासा हुआ है आपको बता दें की प्रयागराज जिले के चकिया में स्थित दफ्तर में इस समय पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रही है। आपको जानकारी के लिए बता दें की इस दफ्तर में चल रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस को अतीक के दफ्तर की सीढ़ियों पर खून के धब्बे मिले हैं। वहीं कुछ कपड़े और एक चाकू भी मिली है, जिन पर खून लगा हुआ है पुलिस टीम मौके पर सबूत इकट्ठा कर रही है भारी संख्या में अतीक के दफ्तर के बाहर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न होने पाए।
आपको बता दें कि इस जांच में जुटे एक सीनियर IPS अफसर ने बताया कि मीडिया से ही पुलिस को इस बात की जानकारी मिली कि ऑफिस के अंदर खून के धब्बे हैं वो भी सीढ़ियों के पास महीने भर पहले पुलिस ने यहीं से 75 लाख कैश और 10 हथियार बरामद किए थे। वहीं अफसर का कहना है कि तब इमारत की पूरी तलाशी ली गई थी, लेकिन कहीं भी खून के धब्बे नहीं मिले थे पुलिस अतीक के ऑफिस के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे से पता लगाएगी कि ये सब कहां से आया। हर दिन यहां मीडिया और बाहर के लोग आते-जाते रहते हैं।
आपको बता दें कि अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद एक तरफ जहां तीनों हत्यारों सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस टीम अतीक अहमद के काले कारनामों को भी खोलने में लगी हुई है। बीते दिन एक बड़ी जानकारी निकलकर सामने आई थी पता चला था कि अतीक अहमद के काफिले में चलने वाली अधिकतर गाड़ियों में फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई है। बता दें की अतीक अहमद ने अपने नाम पर सिर्फ एक गाड़ी वो भी जीप ली हुई थी, जबकि काफिले की बाकी गाड़ियां उसके गुर्गों के नाम पर थीं। इन्हीं गाड़ियों से अतीक अहमद और उसका पूरा परिवार चलता था वहीं कुछ गाड़ियों का तो आरटीओ में रजिस्ट्रेशन तक नहीं था उनमें फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थी।
वहीं आपको यह भी बता दें की यूपी के बरेली सेंट्रल जेल का एक सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है ये सीसीटीवी फुटेज 11 फरवरी का बताया जा रहा है। इस सीसीटीवी फुटजे में उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी मोहम्मद गुलाम, अतीक का बेटा असद और गुड्डू मुस्लिम दिखाई दे रहा है. खास बात ये है कि इनको बिना चेकिंग के ही जेल के अंदर प्रवेश दे दिया जाता है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना