Canada and India tensions” कनाडा और भारत के बीच तनाव की तमाम खबरे सामने आ रही हैं, जिससे तनाव कम होने की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही, लगातार कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो कुछ ऐसा कर जाते है, जिससे भारत के साथ तनाव शायद अभी कम न हो, बता दें की कनाडा के प्रधानमंत्री चाहते थे कि फाइव आईज़ गठबंधन के सदस्य संयुक्त रूप से उन जांच निष्कर्षों की घोषणा करें जो कथित तौर पर खालिस्तान आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत में ‘भारत सरकार के एजेंटों’ की भूमिका की ओर इशारा करते हैं। वहीं आपको वाशिंगटन पोस्ट की खबर के अनुसार बता दें की संयुक्त राज्य अमेरिका सहित कुछ सदस्यों ने सार्वजनिक रूप से भारत की निंदा करने में ट्रूडो के साथ शामिल होने से इनकार कर दिया।
आपको जानकारी के लिए बता दें की फाइव आइज़ (FVEY) एक ख़ुफ़िया गठबंधन है जिसमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूज़ीलैंड, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। रिपोर्ट में इडेन प्रशासन और उसके सहयोगियों के सामने आने वाली राजनयिक चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया क्योंकि वे एशिया के एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी भारत के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें की निज्जर की हत्या को भारत के समक्ष ‘सरकार के उच्चतम स्तर पर उठाने और इस कृत्य को अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के उल्लंघन के रूप में निंदा करते हुए एक संयुक्त बयान जारी करने’ के ट्रूडो के प्रयासों के बावजूद, सभी सदस्यों ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि जब भारत एक प्रमुख राजनयिक आयोजन कर रहा था तो वे ऐसा कदम उठाने में सहज नहीं थे।
इस बीच, ट्रूडो ने वरिष्ठ राजनयिकों के निष्कासन के बाद भारत सरकार को शांत करने का प्रयास करते हुए कहा कि कनाडा चाहता है कि नई दिल्ली इस मुद्दे को ठीक से संबोधित करे। उन्होंने मंगलवार (19 सितंबर) को कहा, ‘कनाडा अपने एजेंटों को एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या से जुड़े होने का सुझाव देकर भारत को उकसाने की कोशिश नहीं कर रहा है, लेकिन ओटावा चाहता है कि नई दिल्ली इस मुद्दे को ठीक से संबोधित करे।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना