Uttarakhand” आने वाले त्यौहारी सीजन में मार्केट में आप को तरह तरह की रंगीन मिठाइयां आपको देखने को मिलती है पर मिठाइयां आपके स्वास्थ्य के लिए कितनी हानिकारक होती है आप सोच भी नही सकते, क्योंकि कई दुकान वाले तरह तरह के केमिकल से इन मिठाइयों को तैयार किया जाता है जो हानिकारक होता है, आपको बता दें की सीजन के दौरान खाद्य पदार्थों में मिलावट के तमाम मामले सामने आते हैं, जिसको देखते हुए त्यौहारी सीजन में खाद्य और औषधि प्राधिकरण की टीम द्वारा अभियान चलाया जाता है, ताकि मिलावटखोरी पर लगाम लगाई जा सके, वहीं, इस बार त्यौहारों का सीजन शुरू होने से पहले ही एफडीए मिलावटखोरों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू करने जा रहा है, जिसके लिए खाद्य और औषधि प्राधिकरण ने कार्ययोजना तैयार करने की तैयारियां शुरू कर दी है।
कार्य योजना के तहत सर्विलांस नमूना संग्रहण, विधिक नमूनों का संग्रह, तत्काल जांच, खाद्य प्रतिष्ठानों का सघन निरीक्षण के साथ ही अन्य बिंदुओं को शामिल किया गया है, इसके साथ ही मोबाइल फूड टेस्टिंग के माध्यम से खाद्य पदार्थ की तत्काल जांच और उपभोक्ताओं को घरेलू तरीके से मिलावट की जांच किए जाने के संबंध में भी जागरूक किया जाएगा। एफएसएसएआई की ओर से दिए गए निर्देश के अनुसार राज्यों के लिए साल 2023- 24 और 2024-25 के लिए तैयार किए गए सालाना सर्विलांस प्लान के अनुसार हर महीने राज्य में 500 फूड सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा।
लिहाजा पहले चरण के तहत अक्टूबर से दिसंबर महीने तक सर्विलांस में दूध एवं दुग्ध पदार्थ, खाद्य तेल, मसाले और मिठाईयां समेत अन्य खाद्य पदार्थ के सैंपल को प्राथमिकता के आधार पर सर्विलांस जांच कराई जाएगी, लिहाजा रिपोर्ट के आधार पर राज्य स्तर पर परिवर्तन की कार्रवाई दूसरे चरण में की जाएगी, जिसको लेकर खाद्य और औषधि प्राधिकरण के आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार ने सभी जिलों के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि जिला स्तर पर सैंपल एकत्र करने में तेजी लाएं।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना