बड़ी खबर आपको बता दें की अरुणाचल प्रदेश और असम का लगभग 50 साल पुराना सीमा विवाद गृहमंत्रालय की पहल से आज सुलझ गया। आपको बता दें की दोनों राज्यों की सीमा पर 123 गांवों पर विवाद दशकों से चला आ रहा था इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में दोनों राज्यों की ओर से साइन करके समझौता किया गया है। आपको बता दें की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह खुद इस मीटिंग में शामिल हुए हैं इन दोनों राज्यों के बीच 123 गांवों पर विवाद की स्थिति बनी हुई थी। बता दें की इनमें से 36 गांवों पर पहले ही समझौता किया जा चुका था लेकिन अभी भी 87 गांव विवादित श्रेणी में फंसे हुए थे आज गुरुवार को इन 87 गांवो पर भी फैसला किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें की दोनों राज्यों को बराबर-बराबर जमीन का हिस्सा दिया गया है बता दें कि यह विवाद पिछले 50 सालों से चला आ रहा है, और मामला कोर्ट में भी लंबित है। लेकिन इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्रालय ने पहल की है जिसके बाद कोर्ट के बाहर ही इसे सुलझाया गया है। आपको बता दें की गृहमंत्रालय की ओर से आयोजित की गई इस मीटिंग में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और अरुणाचल प्रदेश के सीएम प्रेमा खांडु ने मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग साइन किया है।
आपको बता दें की इस समझौते के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि असम और अरूणाचल प्रदेश के बीच सीमा विवाद को खत्म करने के लिए एमओयू साइन किया गया। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है उन्होंने बताया कि दोनों राज्यों के बीच यह समझौता विकसित, शांतिपूर्ण और संघर्षमुक्त पूर्वोत्तर बनाएगा।
वहीं आपको बता दें की असम के सीएम सरमा ने मीटिंग से निकलने के बाद कहा है कि दोनों राज्यों की ओर उठाया गया यह कदम एक नींव का पत्थर साबित होगा और इससे नॉर्थईस्ट रीजन में शांति और विकास आएगा।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना